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小序乡人有夏侯威者。
少有成人之风。
余尚其为人。
与之昵好。
王师振旅。
送余于魏邦。
心有眷然。
为之陨涕。
乃作离友之诗。
其辞曰。
王旅旋兮背故乡。
彼君子兮笃人纲。
媵余行兮归朔方。
驰原隰兮寻旧疆。
车载奔兮马繁骧。
涉浮济兮泛轻航。
迄魏都兮息兰房。
展宴好兮惟乐康。
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天覆何弥广。
苞育此羣生。
弃之必憔悴。
惠之则滋荣。
庆云从北来。
郁述西南征。
时雨中夜降。
长雷周我庭。
嘉种盈膏壤。
登秋毕有成。
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人生不满百。
戚戚少欢娱。
意欲奋六翮。
排雾陵紫虚。
虚蜕同松乔。
翻迹登鼎湖。
翱翔九天上。
骋辔远行游。
东观扶桑曜。
西临弱水流。
北极登玄渚。
南翔陟丹邱。
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石榴植前庭。
绿叶摇缥青。
丹华灼烈烈。
璀彩有光荣。
光荣晔流离。
可以戏淑灵。
有鸟飞来集。
拊翼以悲鸣。
悲鸣夫何为。
丹华实不成。
拊心长叹息。
无子当归宁。
有子月经天。
无子若流星。
天月相终始。
流星没无精。
栖迟失所宜。
下与瓦石幷。
忧怀从中来。
叹息通鸡鸣。
反侧不能寐。
逍遥于前庭。
踟蹰还入房。
肃肃帷幕声。
搴帷更摄带。
抚节弹鸣筝。
慷慨有余音。
要妙悲且清。
收泪长叹息。
何以负神灵。
招摇待霜露。
何必春夏成。
晚获为良实。
愿君且安宁。
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谁言去妇薄。
去妇情更重。
千里不唾井。
况乃昔所奉。
远望未为遥。
踟蹰不得共。
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功名不可为。
忠义我所安。
秦穆先下世。
三臣皆自残。
生时等荣乐。
既没同忧患。
谁言捐躯易。
杀身诚独难。
揽涕登君墓。
临穴仰天叹。
长夜何冥冥。
一往不复还。
黄鸟为悲鸣。
哀哉伤肺肝。
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嘉宾填城阙。
丰膳出中厨。
吾与二三子。
曲宴此城隅。
秦筝发西气。
齐瑟扬东讴。
肴来不虚归。
觞至反无余。
我岂狎异人。
朋友与我俱。
大国多良材。
譬海出明珠。
君子义休偫。
小人德无储。
积善有余庆。
荣枯立可须。
滔荡固大节。
时俗多所拘。
君子通大道。
无愿为世儒。
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从军度函谷。
驱马过西京。
山岑高无极。
泾渭扬浊清。
壮或帝王居。
佳丽殊百城。
员阙出浮云。
承露槩泰清。
皇佐扬天惠。
四海无交兵。
权家虽爱胜。
全国为令名。
君子在末位。
不能歌德声。
丁生怨在朝。
王子欢自营。
欢怨非贞则。
中和诚可经。